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राजस्थान : फ़र्ज़ी तरीक़े से नौकरी हासिल करने वाले रहे सावधान, प्रशासन कर रहा है कार्यवाही।

no more paper leak

Jaipur :-

Rajasthan में भर्ती परीक्षाओं में बड़े स्तर पर Paper Leak और परीक्षाओं में नकल घोटालों (Cheating) की वजह से और इस सार्वजनिक आक्रोश ने सफाई की दिशा में कुछ प्रयासों को प्रेरित किया है। इस विषय में राज्य सरकार ने भी कदम उठाये है। राज्य सरकार ने ग़लत तरीकों से सरकारी नौकरी पाने वालों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पिछले पांच वर्षों में नियुक्त एक लाख से अधिक कर्मचारियों के रिकॉर्ड की समीक्षा की है। (Record Review

बेईमानों पर होगी जाँच –

आपको बता दें कि वर्तमान में आपराधिक जांच जारी है। और साथ ही Rajasthan police के विशेष अभियान समूह (SOG) के अतिरिक्त महानिदेशक V.K. Singh ने कहा कि कुछ ही सप्ताह पहले ये निर्देश जारी किए गए थे, जिसमें की प्रत्येक विभाग को पिछले पांच वर्षों में सरकारी सेवाओं में शामिल हुए कर्मचारियों की साख सत्यापित करने के लिए बाध्य किया गया था। इस आधार पर प्रशासन ग़लत तरीक़े से लगे हुए सरकारी कर्मचारियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करेगा।

V.K. singh ने इस बात पर अधिक जोर दिया कि हालांकि SOG अनियमितताओं की जांच में सबसे आगे थी, लेकिन कर्मचारियों की भारी संख्या के कारण इस प्रक्रिया में सभी सरकारी विभागों की भागीदारी जरूरी हो उन्हें भी प्रशासन की विभिन्न स्तरों पर आगे आकर मदद करनी होगी तभी यह कार्य कम समय में व सुगमता से होना संभव है। V.K. Singh ने कहा कि, “SOG अकेले सभी कर्मचारियों का सत्यापन नहीं कर सकता है। इसलिए सत्यापन का काम संबंधित विभागों को सौंपा गया है।” विभागों को इसके विषय में अधिक जानकारी भी होती है जिस से की कार्य सुगमता से हो सकेगा।

सूत्रों के अनुसार SOG को पिछले पांच वर्षों में आयोजित लगभग सभी भर्ती परीक्षाओं में डमी उम्मीदवारों (Dummy Candidated) के उपयोग सहित बड़े स्तर पर धोखाधड़ी का संदेह है। जिसकी विभाग तीखी नज़रों से खोज करेगा। SOG द्वारा हाल ही में निजी विश्वविद्यालयों द्वारा पिछली तारीख (back date degree) में डिग्रियां जारी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद चिंताएं तेज हो गईं है।

फर्जी डिग्री वालों पर भी होगी कार्यवाही –

एक पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि जांच पेपर (Paper leak) लीक से आगे तक फैली हुई है, जिसमें परीक्षा के लिए आवेदकों द्वारा जाली दस्तावेज़ बनाने के उदाहरण सामने आए हैं। एक अधिकारी ने कहा, “फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर (PTI) उन परीक्षाओं में से एक है जहां विसंगतियां सामने आई हैं, जिसमें उम्मीदवारों ने जाली डिग्री का इस्तेमाल किया है।” अधिकारी ने बताया कि विभागों को कर्मचारियों के फोटो, आवेदन पत्र और हस्ताक्षर की दोबारा जांच करने का निर्देश दिया गया है। जिससे की जिस भी जगह उम्मीदवार पर संदेह हुआ वही कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।
यह कदम यदि सफल होता है तो अन्य विद्यार्थी चैन की साँसे लेंगे। तथा उन्मे भी एक नौकरी पाने की उम्मीद जागेगी।

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